- अब किसान मुख्यमंत्री व मुख्य सचेतक के समक्ष ही करेंगे वार्ता
जयपुर. नींदड़ गांव की 1350 बीघा भूमि को अधिग्रहण करने के विरोध में नींदड़ बचाओ युवा किसान संघर्ष समिति ने राज्य सरकार व जेडीए द्वारा गठित उच्चस्तरीय समिति से चौथे दौर की वार्ता नहीं करने का निर्णय किया है। इस मामले में संघर्ष समिति ने मुख्य सचेतक महेश जोशी से बात करेंगे। समिति के संयोजक डॉ. नगेंद्र सिंह शेखावत ने बताया कि जेडीए की ओर से चौथे दौर की वार्ता 6 फरवरी 2020 को करने से संबंधित पत्र संघर्ष समिति को 4 फरवरी को मिल गया था। बुधवार को संघर्ष समिति को किसानों द्वारा सूचना मिली कि जेडीए ने एक अन्य संगठन को भी वार्ता में उपस्थित होने का पत्र जारी किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि जेडीए ने किसानों में दो गुट दिखाना चाहता है। उन्होंने बताया कि इस बारे में डॉ. महेश जोशी को अवगत करवाया गया है। नींदड़ में सभी किसानों ने बैठक कर सर्वसम्मति से जेडीए के साथ कोई वार्ता नहीं करने एवं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तथा सचेतक महेश जोशी से वार्ता करने का निर्णय किया है। हरिशंकर शर्मा ने बताया कि समिति का प्रतिनिधिमंडल शनिवार को सचेतक से मिलकर राज्य सरकार के प्रतिनिधिमंडल के साथ वार्ता करने की मांग से संबंधित ज्ञापन सौंपेगा।