फिंगर सेक्स (Finger sex) क्या है?
फिंगर सेक्स यानी सेक्स करने का वो तरीका जिसमें उंगलियों का इस्तेमाल किया जाता है। इस में पुरुष महिला की योनि में उंगलियों को प्रवेश कराता है। सेक्स के इस तरीके में एक या एक से अधिक उंगली का प्रयोग किया जा सकता है। ऐसा करने से योनि में उत्तेजना आती है और ऑर्गज्म तक पहुंचने में आसानी होती है। यानी सेक्स में संतुष्टि और चरमसुख पाने के लिए यह तरीका अपनाया जाता है। फिंगर सेक्स को सबसे कम जोखिम भरा और सुरक्षित सेक्स माना जा जाता है। इससे इंफेक्शन फैलने की संभावना बहुत कम होती है। ऐसा भी नहीं है कि यह पूरी तरह से सुरक्षित है, लेकिन अन्य तरीकों की तुलना में इसे सुरक्षित माना जा सकता है। फिंगर सेक्स मास्टरबेशन (Masturbation) और फोरप्ले का एक तरीका भी है। यह भी पढ़ें: जानिए आखिर कब सेक्स मजा नहीं बल्कि बन जाती है सजा ?फिंगर सेक्स (Finger sex) फायदे जानना न भूलें
ऑर्गज्म पाने का सबसे आसान तरीका
फिंगरिंग सेक्स (fingering sex) का सबसे बड़ा फायदा यही है कि इससे संभोग में पूरी संतुष्टि मिलती है। यानी, महिलाओं को ऑर्गज्म प्राप्त करने में आसानी होती है। जिससे सेक्स लाइफ और भी रोमांचक और खुशनुमा हो जाती है। यही नहीं, इससे तनाव भी दूर होता है। दरअसल चरमसुख पाने से तनाव कम होने में मदद मिलती है और ऑर्गज्म तक पहुंचने में फिंगर सेक्स (Finger sex) एक अच्छा तरीका है।यह है एक सुरक्षित तरीका
फिंगर सेक्स से गर्भवती होने की संभावना न के बराबर होती हैं। कुछ परिस्थितियों में गर्भवती हो सकती है जैसे अगर पुरुष की उंगली में वीर्य पहले से ही लगा हो और वीर्य वाली उंगली महिला की योनि में प्रवेश करे। लेकिन ऐसा होना बेहद दुर्लभ है।इंफेक्शन की संभावना न के बराबर
फिंगर सेक्स (Finger sex) से इंफेक्शन होने की संभावना भी कम होती है। हालांकि इंफेक्शन से बचने के लिए आपको पूरी सावधानियां बरतनी चाहिए जैसे सेक्स से पहले अपने हाथों को धोना, साफ-सफाई आदि।फिंगर सेक्स को बनाएं आरामदायक इन टिप्स से
कुछ आसान टिप्स से फिंगरिंग सेक्स को आप अपने और अपने पार्टनर के लिए आरामदायक, सुरक्षित और बेहतरीन अनुभव बना सकते हैं। जानिए क्या हैं वो टिप्स:सब्र से काम लें
ऐसा माना जाता है कि सेक्स में जल्दबाजी अच्छी नहीं होती और यही बात फिंगर सेक्स (Finger sex) पर भी लागू होती है। महिलाओं की योनि बेहद संवेदनशील अंग है। इसलिए इसे छूते हुए भी सब्र से काम लेना अनिवार्य है। पार्टनर के प्लेजर के साथ-साथ इस बात का ध्यान रखना भी जरूरी है कि उसे कोई परेशानी न हो। याद रखें धीरे-धीरे आगे कदम बढ़ाने से ही आप पूरा मजा ले पाएंगे।नाखून रखें सही आकार में
फिंगर सेक्स में आपके बड़े नाखून न केवल एक बाधा बन सकते हैं बल्कि आपके पार्टनर के दर्द और तकलीफ का कारण भी बन सकते हैं। इससे आपके पार्टनर को चोट लग सकती हैं और उसे ब्लीडिंग भी हो सकती है। यही नहीं बड़े और गंदे नाखूनों से संक्रमण का खतरा भी बढ़ सकता है। इसलिए अगर फिंगरिंग (fingering) के लिए अपने नाखून छोटे ही रखें।दूसरे हाथ का भी करें प्रयोग
अगर आप फिंगर सेक्स का मज़ा बढ़ाना चाहते हैं तो फिंगरिंग के दौरान आप दूसरे हाथ का प्रयोग करना न भूलें। इसके साथ ही किसिंग आदि से भी आपका आनंद दोगुना हो सकता है।लुब्रीकेंट से मजा हो डबल
फिंगरिंग (fingering) के दौरान भी लुब्रीकेंट का प्रयोग करना न भूले। लुब्रीकेंट का प्रयोग आपके मज़े को बढ़ा सकता है और योनि में ब्लीडिंग या दर्द जैसी समस्याएं भी नहीं होंगी। अपनी उंगली में लुब्रिकेट ले कर फिंगरिंग सेक्स (fingering sex) के लिए प्रयोग करें। अगर आप योनि और गुदा में फिंगरिंग एक साथ कर रहे हैं, तो बैक्टीरियल इंफेक्शन के फैलने से बचने के लिए अपने हाथों धोना न भूलें।महिलाएं भी रखें थोड़ा ख्याल
सब महिलाएं ओरल सेक्स के समान फिंगर सेक्स में भी आरामदायक महसूस नहीं करती। अधिकतर महिलाएं अपनी योनि से निकलने वाले द्रव, उसकी बदबू और आकार आदि को लेकर बहुत शर्म महसूस करती हैं और फिंगर सेक्स का पूरा मज़ा नहीं ले पाती। ऐसे में उन्हें यह समझना आवश्यक है कि यह सब सामान्य है। आप केवल पार्टनर और इन पलों की तरफ ध्यान दें और इन खास अंगों की साफ-सफाई रखें। Quiz: आप वास्तव में सेक्स के बारे में कितना जानते हैं?क्या फिंगर सेक्स(Finger sex) बन सकता है गर्भवस्था का कारण?
अक्सर यह सवाल दिमाग में आता है कि क्या फिंगर सेक्स से महिला गर्भवती हो सकती है तो इसका उत्तर है “नहीं”। फिंगरिंग सेक्स (fingering sex) से गर्भवती नहीं हुआ जा सकता। लेकिन, कुछ दुर्लभ स्थितियों में ऐसा होना संभव भी है। यह तो आप जानते ही हैं कि महिला तभी गर्भवती हो सकती है जब उसकी योनि में पुरुष का वीर्य जाए। अगर वीर्य पुरुष की उंगली में लगा हो और वही उंगली महिला की योनि में प्रवेश करा दे, तो महिला गर्भवती हो सकती है। हालांकि फिर भी गर्भवती होने की संभावना न के बराबर है। हालांकि, इससे पूरी तरह से इंकार नहीं किया जा सकता और आप इससे भी गर्भवती भी हो सकती हैं। इसलिए, सावधानी बरतना जरूरी है।फिंगर सेक्स (Finger sex) के बाद ब्लीडिंग होना कितना सामान्य है?
फिंगर सेक्स के बाद ब्लीडिंग होना सामान्य नहीं है। हालांकि, कुछ परिस्थितियों में ऐसा हो सकता है। यह परिस्थितियां इस प्रकार हैं:चोट लगना
ऐसा माना जाता है कि जब महिला उत्तेजित होती है, तो योनि में ब्लड फ्लो बढ़ता है। जिससे छोटी सी चोट से ही ब्लीडिंग होने की संभावना बढ़ जाती है। फिंगर सेक्स (Finger sex) के दौरान फिंगर या नाखून से योनि के अंदर चोट लग सकती है। जिससे हल्का दर्द और लाइट ब्लीडिंग भी हो सकती है। लेकिन, अगर यह दर्द और ब्लीडिंग भी अधिक हो तो स्थिति गंभीर हो सकती है। ऐसे में आप डॉक्टर की सलाह लें।मासिक धर्म
कई बार फिंगर सेक्स (Finger sex) या योनी सेक्स के समय या बाद ब्लीडिंग मासिक धर्म के कारण भी हो सकती है। जब पीरियड शुरू होते हैं तो कई बार खून को गर्भाशय से, गर्भाशय ग्रीवा के माध्यम से, योनि में और शरीर से बाहर जाने में कुछ समय लगता है। फिंगरिंग (fingering) के दौरान यह ब्लीडिंग पीरियड का संकेत हो सकती है।योनि का रूखापन
योनि का रूखापन भी फिंगर सेक्स (Finger sex) के बाद ब्लीडिंग का कारण बन सकता है। जब योनि में रूखापन होता है तो फिंगर सेक्स के दौरान दर्द और असुविधा होना भी सामान्य है।- योनि में रूखापन के कुछ कारण इस प्रकार हो सकते हैं:
- हार्मोनल बर्थ कंट्रोल
- रजोनिवृत्ति
- सेक्स को लेकर तनाव
- उत्तेजना की कमी
STIs (सेक्शुअली ट्रांसमिटेड इंफेक्शन) और योनि में इंफेक्शन
STI से संक्रमित होने पर भी महिला पैल्विक दर्द या ब्लीडिंग महसूस कर सकती है। विभिन्न सेक्शुअली ट्रांसमिटेड इंफेक्शनस के कारण योनि के उत्तकों को नुकसान हो सकता है। इस नुकसान के कारण उत्तक अधिक संवेदनशील हो सकते हैं। जो ब्लीडिंग का कारण बन सकती है। इस स्थिति में फिंगर सेक्स(Finger sex) के बाद ब्लीडिंग का जोखिम बढ़ सकता है।सर्वाइकल पॉलीप्स (Cervical polyps)
सर्वाइकल पॉलीप्स गर्भाशय में होते हैं। जिसका आकार आमतौर पर छोटा होता है , लेकिन इनमें से अगर कुछ आकार में बड़े हो जाएं, तो सेक्स के दौरान इन्हे महसूस किया जा सकता है। हालांकि यह न तो कैंसर का कारण बनते हैं न ही इनके कोई लक्षण हैं। लेकिन, कई बार योनि या फिंगर सेक्स(Finger sex) के दौरान इनसे ब्लीडिंग हो सकती है। यही नहीं, सर्वाइकल संबंधी अन्य समस्या से भी ब्लीडिंग हो सकती है। जैसे गर्भाशय ग्रीवा (cervix) जो गर्भाशय का निचला हिस्सा है। यह गर्भाशय और योनि के बीच का संकरा मार्ग है। मासिक धर्म के दौरान इसकी स्थिति बदल जाती है। जब यह योनि में नीचे की तरफ होता है तो उस समय गहराई में फिंगरिंग (fingering) करने से ब्लीडिंग हो सकती है। इस स्थिति में भी डॉक्टर की राय लें और उनके बताएं उपचार का पालन करें।कैंसर
बहुत दुर्लभ स्थितियों में फिंगर सेक्स (Finger sex) के बाद ब्लीडिंग होने का कारण कैंसर भी हो सकता है, खासतौर पर सर्वाइकल कैंसर। लेकिन ऐसा होना भी सामान्य नहीं है। फिंगर सेक्स(Finger sex) के दौरान या बाद ब्लीडिंग के जोखिम से बचने के लिए आप इन उपायों को अपनाएं:- अगर आपको फिंगर सेक्स के दौरान दर्द महसूस हो तो आपको अपने पार्टनर को तुरंत रुक जाने, धीमे हो जाने के लिए कहें।
- इस बात को सुनिश्चित करें कि फिंगरिंग सेक्स(fingering sex) के लिए आपके पार्टनर के नाखून कटे हुए हों।
- फिंगर सेक्स(Finger sex) से पहले महिला का पूरी तरह से उत्तेजित होना भी जरूरी है।
- अपने पीरियड सायकल के बारे में आपको पता होना चाहिए। यही नहीं, अपने STI टेस्ट भी नियमित रूप से कराएं।
- योनि के रूखेपन से बचने के लिए ल्युब्रिकेंट का प्रयोग करें।
हैलो हेल्थ ग्रुप चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार प्रदान नहीं करता है